प्राचार्य का संदेश

सन् 1982 में ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित महाविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नये आयामों को छूने के लिए प्रयत्नशील है। विकास की सम्भावनाओं की न्यूनता होने के बाद भी शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने की दिशा में निरन्तर प्रगतिशील है।
छात्र / छात्राओं के व्यक्तित्व के बहुआयामी विकास के लिए महाविद्यालय में साहित्यिक सांस्कृतिक एवं क्रीडा गतिविधियों के आयोजन समय - समय पर होते रहते है, साथ ही व्यक्तित्व विकास के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के प्रयास किये जाते हैं। नवीन शिक्षा नीति के अन्तर्गत दी जाने वाली रोजगार- परक शिक्षा शैक्षिक बेरोजगारी को कुछ सीमा तक कम कर सकेगी, ऐसी सम्भावनाओं को खोजता हुआ महाविद्यालय भविष्य के प्रति आशान्वित है।
प्राचार्या
डॉ. मन्जू मगन
